1 - कंप्यूटर हार्डवेयर (Computer Hardware)
किसी भी कंप्यूटर के सभी भौतिक हिस्सों को जिन्हे हम देखा या छू सकते है हार्डवेयर कहा जाता है उदहारण के लिए मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस, मदर बोर्ड, आदि। कंप्यूटर हार्डवेयर को मुख्य रूप से दो भागों मई विभाजित किया जाता है। इंटरनल हार्डवेयर (Internal Hardware) और एक्सटर्नल हार्डवेयर (External Hardware).
1.1 - इंनटरनल हार्डवेयर (Internal Hardware)
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| कंप्यूटर कैबिनेट |
इंटरनल हार्डवेयर कंप्यूटर कैबिनेट के अंदर होते है जिन्हें सामान्य तौर पर बाहर से नहीं देखा जा सकता है। जैसे -
- सी. पी. यू.- सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU - Central Processing Unit)
- रैम - रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM -Random Access Memory)
- रोम - रीड ओनली मेमोरी (ROM - Read Only Memory)
- हार्ड डिस्क (Hard Disk)
- मदर बोर्ड (Motherboard)
- एन. आई. एस.- नेटवर्क इंटरफ़ेस कंट्रोलर (NIC - Network Interface Controller)
- हीट सिंक (Heat Sink)
- फैन (Fan)
- ग्राफ़िक कार्ड (Graphic Card)
1.2 - एक्सटर्नल हार्डवेयर (External Hardware)
एक्सटर्नल हार्डवेयर बाहर से कंप्यूटर के साथ जुड़े हुए होते है। जिन्हे इनपुट डिवाइस (Input Device) और आउटपुट डिवाइस (Output Device) कहा जाता है। इनपुट डिवाइस और आउटपुट डिवाइस के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया Topic 1:- कंप्यूटर परिचय (Computer Introduction) देखें। एक्सटर्नल हार्डवेयर के कुछ उदहारण निम्न प्रकार हैं -
- मॉनिटर (Monitor)
- यू. पी. एस. - अनइनट्रपटेबल पावर सप्लाई (UPS - Uninterruptible Power Supply)
- कीबोर्ड (Keyboard)
- माउस (Mouse)
- प्रिंटर (Printer)
- स्पीकर (Speaker)
- स्कैनर (Scanner)
2 - कंप्यूटर सॉफ्टवेयर (Computer Software)
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को छू नहीं सकते हैं। इसका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं होता हैं। यह निर्देशों तथा प्रोग्राम्स का एक समूह होता है। सॉफ्टवेयर के बिना कम्प्यूटर हार्डवेयर का एक निर्जीव बक्सा मात्र हैं।
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर मुख्य तौर से दो प्रकार के होते है। सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software) व एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software).
2.1 - सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software)
सिस्टम सॉफ्टवेयर वह सॉफ्टवेयर होते है जो हार्डवेयर का नियंत्रण करते है और जिन्हें विशेष रूप से सिस्टम के लिए डिजाइन किया जाता है जैसे -
2.1.1 - ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System)
ऑपरेटिंग सिस्टम एक ऐसा कंप्यूटर सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होता है जो उपयोगकर्ता और कंप्यूटर हार्डवेयर के बीच एक पुल की तरह काम करता है।
उपयोगकर्ता इनपुट डिवाइसेस की मदद से आम भाषा में कंप्यूटर को निर्देश देता है। दिए गए निर्देशों को ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर, मशीनी भाषा में परिवर्तित कर आगे की प्रक्रिया के लिए कंप्यूटर प्रोसेसर को भेज देता है। तत्पश्चात कंप्यूटर दिए गए निर्देशों को प्रोसेस कर के मशीनी भाषा में ही जानकारी को वापस कर देता है यहाँ पर पुनः ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर, दी गयी जानकारी को फिर से आम भाषा में परिवर्तित कर के उपयोगकर्ता तक पंहुचा देता है। आप ये भी कह सकते हैं की ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में ठीक वैसे ही काम करता है जैसे आम जिंदगी में एक लैंग्वेज ट्रांसलेटर करता है। कुछ लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम्स के नाम आपने जरूर सुने होंगे जैसे -
- Windows OS
- Mac OS
- Linux
- UBUNTU
- Android
2.1.2 - यूटिलिटी प्रोग्राम (Utility Programs)
2.1.3 - डिवाइस ड्राइवर्स (Device Drivers)
डिवाइस ड्राइवर ऐसे सॉफ्टवेयर होते है जो कंप्यूटर हार्डवेयर और ऑपरेटिंग सिस्टम के बीच कम्युनिकेशन या ट्रांसलेटर का काम करते हैं। कंप्यूटर के साथ जो भी इनपुट या आउटपुट डिवाइसेस लगी होती हैं उनको कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ कम्यूनिकेट करने के लिए की जरूरत होती है। इसके कुछ उदहारण हैं - ऑडियो ड्राइवर (Audio Driver), ग्राफ़िक ड्राइवर (Graphic Driver), मदर बोर्ड ड्राइवर (Motherboard Driver) आदि।
2.2 - एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software)
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर वह सॉफ्टवेयर होते है जो उपयोगकर्ता के लिए बनाये जाते है। इन्हे एंड यूजर (End User) सॉफ्टवेयर भी कहा जाता है। ये मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं।
2.2.1 - बेसिक एप्लीकेशन (Basic Application)
बेसिक एप्लीकेशन वो सॉफ्टवेअर होते हैं जिन्हें हम रोजमर्रा के कामों के लिए इस्तेमाल करते हैं। जैसे -
- वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर (Word Processing Software)
- स्प्रेडशीट (Spreadsheet
- प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर (Presentation)
- ग्राफ़िक्स एप्लीकेशन (Graphics Application)
- मल्टीमीडिया प्रोग्राम (Multimedia Program)
- डेस्कटॉप पब्लिसिंग एप्लीकेशन (Desktop Publicing Application)
2.2.2- स्पेशलाइज्ड एप्लीकेशन (Specialized Application)
स्पेशलाइज्ड सॉफ्टवेयर वह सॉफ्टवेयर होते है जिन्हें किसी खास काम के लिए बनाया जाता है। कुछ लोग या कंपनियां अपनी अपनी जरूरत के हिसाब से भी इस तरह के सॉफ्टवेयर्स को बनवाती हैं। जैसे -
- बिलिंग सॉफ्टवेयर (Billing Software)
- रिजर्वेशन सॉफ्टवेयर (Reservation Software)
- एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर (Accounting Software)
- पेरोल सॉफ्टवेयर (Payroll Software)
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